दीवान -ए -दीपक
ज़िंदगी मुझको तू इक बार देख ले जी भर
फ़िर तरस जाएंगी नज़रें तेरी हमें देखने के लिए
दीपक कुल्लुवी
पाराद्वीप उड़ीसा
२६। ३। १४
ज़िंदगी मुझको तू इक बार देख ले जी भर
फ़िर तरस जाएंगी नज़रें तेरी हमें देखने के लिए
दीपक कुल्लुवी
पाराद्वीप उड़ीसा
२६। ३। १४
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