तू साथ साथ है
गर तू नहीं हमदम तो बता
कौन है मेरा
उदासी रंज-ओ-गम नें हमें
क्यों नहीं घेरा
इक तेरा आसरा तो था,
था तेरा सहारा
हम बुझ गए थे फिर भी न
लगता था अँधेरा
दीपक 'कुल्लुवी'
06 /06 /12 .
09350078399
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इक तेरा आसरा तो था, रन-जो-गम में| भावपूर्ण रचना|
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