एन० डी० ए0 की परेशानी
एन० डी० ए० है, कुछ परेशान
खड़ा करे कौन सा उम्मीदवार
योग्य व् अनुभव के साथ
उदार छवि सर्वमान्य समाज
एन० डी० ए० है, कुछ परेशान
दीदी ने तो, चुना कलाम
यू० पी० ए० ने भी, किया एलान
ले लिया प्रणव का नाम
बी० जे० पी० भी कूदी मैदान में
सोच बनायीं सगमा के नाम
एन० डी० ए० है कुछ परेशान
प्रणव, सगमा, कलाम हैं ऐसे
कम्त्तर किसको आंकेंगे कैसे
कोई मंत्री बड़ा अनोखा
कोई साइंस का बड़ा विद्वान
एन० डी० ए० है कुछ परेशान
चुनाव लडूं न, कहा कलाम
ममता जी की जाएगी जान
सोचती हो क्यों लिया था नाम
बेवजह क्यों हुई बदनाम
सिक्का खोया, रुतबा खोया
और खोया, जन जन में मान
एन० डी० ए० है कुछ परेशान
फूल सिंह
Recomended by Deepak Kuluvi for Himdhara
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