कम्पनियाँ हमेशा ग्राहक की जेब पर नज़र रखती है तथा नये-नये शिगूफ़े खिलाती हैं। खास तौर से युवा वर्ग की भावनाओं को भुनाती हैं। ‘वैलेनटाइन डे‘ के बाद अब ‘फादर्स डे‘ का क्रेज पैदा कर रहीं हैं। विज्ञान को आधार बना कर यह उकसावां दे रही हैं कि यदि असली पिता को पहचानना है तो डी0एन0ए0 टेस्ट कराइये।
दिल्ली स्थित कम्पनी ‘इडियन बायोसेंसेस‘ तथा एक अन्य कम्पनी ‘पेटेरनिटी टेस्ट इंडिया‘ ने पितृत्व-परीक्षण के लिये 25 प्रतिशत तक डिस्काउंट देने की घोषणा की है। यह बाज़ार अब तेज़ी से बढ़ रहा है।
विज्ञान के कुछ आविष्कार और खोजें ऐसी है जिनसे समाज को नुकसान ज़रूर पहुँचा है, इसी कारण इन्हें अभिशाप कहा गया। वास्तव इनका दुरूपयोग करे (नादानी से या जान बूझ कर) तो यह प्रयोगकर्ता की ग़लती है। विज्ञान का कोई दोष नहीं है।
हिरोशिमा-नागासकी का बंम काण्ड हो, चेर्नेबल का रैडियेशन, भोपाल गैस काण्ड, अल्ट्रासाउन्ड द्वारा गर्भस्थ कन्या भ्रूण का पता लगा कर उसकी हत्या करके समाज के लिंग अनुपात को बिगाड़ देना, इन सब बातों में विज्ञान का क्या दोष है ?
ग़ौर कीजिये भरे-पूरे परिवार में विश्वास के साथ सभी सुख शान्ति से रह रहे है। एक युवा पुत्र को माता-पिता का आर्शीवाद प्राप्त है। एक दम से लड़के में डी0एन0ए0 टेस्ट का जुनून पैदा होता है। मान लीजिये दाल में कुछ काला है, टेस्ट इसे सत्यापित करता है। घर परिवार, समाज में हड़बोंग मचा, दादिहाली सभी रिश्ते धाराशायी हुए। उत्तराधिकारी के झगड़े पड़े- बाप से ज़्यादा ख़ता माँ की निकली। वह मुँह दिखाने लायक़ नहीं रही। माँ पर अत्याचार हुआ तो कभी तो असली बाप मिल गया, कभी भीड़ में गुम हो गया, ढूढे न मिला।
अनेक टेस्ट भी अविश्वसनीय होते हैं- कुछ तकनीकी खराबी से और कुछ प्रायोजित होते हैं। इसी लिये नार्को टेस्ट एवँ ब्रेन-मैपिंग को केस का आधार नहीं बनाया जाता। हत्या सबंधी या खाद्य अपमिश्रण के टेस्टों को अपने स्वार्थ में कुछ का कुछ करवा दिया जाता है, तो क्या यही खेल डी0एन0ए0 टेस्ट में नहीं खेला जा सकता?
आग के ऐसे खेल न खेलिये, जिसमें हाथ झुलस जाय। ऐेसा न हो आप का घर बिगड़ जाय और कोई हंस हंस कर यह पढ़ रहा हो।
इस घर को आग लग गई, घर के चिराग़ से।
डॉक्टर एस.एम हैदर
फ़ोन : 05248-220866
Home »
YOU ARE HERE
» लो क सं घ र्ष !: अपने पिता की खोज कीजिये
लो क सं घ र्ष !: अपने पिता की खोज कीजिये
Posted by Randhir Singh Suman
Posted on मंगलवार, जून 29, 2010
with No comments
*****************************************************************************************************
आप अपने लेख और रचनाएँ मेल कर सकते
himdharamail. blogupdate@blogger.com
*****************************************************************************************************
himdharamail. blogupdate@blogger.com
0 comments:
टिप्पणी पोस्ट करें
हिमधारा हिमाचल प्रदेश के शौकिया और अव्यवसायिक ब्लोगर्स की अभिव्याक्ति का मंच है।
हिमधारा के पाठक और टिप्पणीकार के रुप में आपका स्वागत है! आपके सुझावों से हमें प्रोत्साहन मिलता है कृपया ध्यान रखें: अपनी राय देते समय किसी प्रकार के अभद्र शब्द, भाषा का प्रयॊग न करें।
हिमधारा में प्रकाशित होने वाली खबरों से हिमधारा का सहमत होना अनिवार्य नहीं है, न ही किसी खबर की जिम्मेदारी लेने के लिए बाध्य हैं।
Materials posted in Himdhara are not moderated, HIMDHARA is not responsible for the views, opinions and content posted by the conrtibutors and readers.